कोरोनावायरस पर एक नजर

दिसंबर 2019 के अंत एवं जनवरी 2020 के शुरुआती दिनों में चीन के वुहान शहर से एक अजीब किस्म का वायरस उत्पन्न हुआ फिलहाल कोई इसका शुरुआती शार्ट नहीं बता सकता कि यह वायरस कैसे उत्पन्न हुआ और चीन के वुहान शहर के किस जगह पर हुआ लेकिन यह घातक वायरस शुरुआत में केवल एक शहर विशेष में फैला चीन सरकार एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन दोनों ने ही इसे बाकी दुनिया से शुरुआती दिनों में साझा नहीं किया एवं इस भीषण बीमारी के खतरों को अवगत नहीं करवाया और ना ही अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर काबू किया। इसका नतीजा यह निकला किया एक शहर से निकलकर आज विश्व के 190 देशों को प्रभावित कर रहा है अगर बात करते हैं सुपर पावर अमेरिका की जो कि अपने आप को एक संपन्न देश कहता हुआ नहीं थका है वह हमेशा यह कहता है कि अमेरिका संपन्न देश है वह किसी भी दौर में किसी भी लड़ाई से लड़ने के लिए तैयार है लेकिन आज अमेरिका लाचार दिख रहा है। अमेरिका ने इस भारत को साधारण तौर पर लिया और जिसका खामियाजा आज वहां के हजारों लोग अपनी जान गवा कर भुगत रहे हैं एवं कई संक्रमित इससे जूझ रहे हैं इटली जैसे शहरों में इसने भयंकर तबाही मचाई एवं दुनिया को यह बता दिया कि आप कितने भी बारूद या मिसाइलें बना लो चांद पर रहने की बातें करो लेकिन आप कभी भी प्रकृति से नहीं लड़ पाओगे। प्रकृति की इस महामारी को या मानव जाति के प्रकृति पर इस भीषण आतंक के फलस्वरूप उत्पन्न हुई है बीमारी इसको जो भी कहा जाए वह कम है क्योंकि अभी तक ऐसी कोई भी बीमारी सामने नहीं आई थी ना ही इस बीमारी के बारे में कोई भी नतीजा यह कैसे फैलता है आज वैज्ञानिक सीधे तौर पर नहीं बोल पा रहे हैं ना ही इसके इलाज की कोई भी समय सीमा या गारंटी दे रहे हैं केवल एक उपाय बता रहे हैं जो है सोशल डिस्टेंसिंग मतलब समाज से दूरी बनाकर एक दूसरे से दूरी बनाकर ही बचा जा सकता है एवं अपने समाज अपने घर अपने परिवार को भी इस महामारी से बचाया जा सकता है अगर बात करें हमारे देश भारत की तो भारत भी इससे अपनी पूरी ताकत के साथ लड़ता नजर आ रहा है लेकिन इस बीमारी का कोई एक इलाज ना होने के कारण सभी देश चाहे वह कितने भी ताकतवर या कितने ही मामूली दोनों आज एक बराबरी पर खड़े हैं यह एक ऐसी बीमारी है जो ना अमीरी देख रही है न गरीबी यह सब को ही नष्ट करने पर तुली हुई है आज हमारे देश भारत में लगभग 6000 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं एवं 150 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं एवं 300 से ज्यादा लोग स्वस्थ होकर अपने घरों की ओर जा चुके हैं लॉक डाउन के अलावा भारत के पास इस बीमारी से लड़ने के अलावा और कोई इलाज नहीं है जहां आज पूरा भारत लॉग डाउन की चपेट में है आर्थिक मंदी और तंगी के इस समय से जूझ रहा है वहीं यह महामारी भी अपना प्रकोप दिन पर दिन बढ़ती जा रही है अगर बात मध्य प्रदेश की करें तो यहां पर आंकड़ा 500 से ऊपर जा चुका है एवं राजधानी भोपाल एवं इंदौर में भी यह अपना कहर बरपा रही है जहां राजधानी भोपाल में कोरोनावायरस के एक्टिव केस की संख्या 140 तक जा चुकी है एवं इंदौर में तो और भी भयानक स्थिति सामने आ रही है जहां आंकड़ा करीबन 210 के पार जा चुका है लोग भयभीत हैं किसी को यह नहीं पता कि इसका क्या इलाज है यह क्यों हो रहा है और कब तक होगा लेकिन सरकार द्वारा बताए गए नियमों का पालन करने के अलावा शहर वासी एवं देशवासियों के पास कोई भी अन्य उपाय नहीं है इस बीच कई आधुनिक सुविधाएं एवं ऑनलाइन पेमेंट ऑनलाइन शॉपिंग एवं हेल्पलाइन नंबर के द्वारा लोगों को उनके जरूरत का सामान घर पर ही पहुंचाया जा रहा है एवं कहा जा रहा है कि कृपया करके अपने घर से बाहर ना निकले हैं और देशवासी भी सरकार के साथ सहयोग करते नजर आ रहे हैं यहां पर जरूरत है राजस्थान के भीलवाड़ा मॉडल की जो कि इस महामारी में अब तक सबसे सफल कारगर साबित हुआ है